नई दिल्ली (एडीएनए)।
आपने इकोनॉमी क्लास में फ्लाइट की बुकिंग कराई हो और आपको चानक बिजनेस क्लास का अपग्रेड मिल जाए, वह भी बगैर एक रुपया अतिरिक्त खर्च किए, इसी तरह किसी होटल में साधारण रूम बुक कराने वाले को अचानक सुइट्स रूम मिल जाए तो यह किसी लाटरी से कम नहीं होगा। लेकिन दोनों इंडस्ट्री ने यह शुरू किया है।
दरअसल यह आप पर किसी एयरलाइन या होटल की मेहरबानी नहीं बल्कि उनका बेहद बिजनेस प्लान है। डेटा एनालिस्ट के अनुसार इसमें किसी कंपनी का खर्चा नहीं बढ़ता लेकिन वह आपसे अगले दिनों में दोगुना-तीन गुना कमा लेती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार एयरलाइन और होटल खाली पड़ी महंगी सीटों और सुइट्स का उपयोग इस स्मार्ट बिजनेश के रूप में कर रहे हैं, ग्राहक को कंपनी ऐसा अनुभव देती है तो पूरी जिंदगी नहीं भूलता फिर ग्राहक उसी कंपनी का मुरीद हो जाता है। इसके अलावा एक बार बिजनेस क्लास में सफर करने वाले यात्री या एक बार सुइट्स में रुकने का अनुभव लेने वाला ग्राहक बार-बार उसी का मजा लेना चाहता है और वह वही बुक कराता है। इसके अलावा आखिरी समय में इकोनॉमी वाले यात्री को बिजनेस क्लास देकर खाली इकोनॉमी सीट एयरलाइन आखिरी समय में अच्छे दामों बेच लेती हैं इससे खाली सीट भी बिक जाती है और उसे पैसा मिल जाता है। इस तरह एयरलाइन को दोहरा फायदा होता है।